निर्जला एकादशी व्रत कथा और माहात्म्य
निर्जला एकादशी व्रतकथा एवं माहात्म्य ~ भीमसेन भगवान वेदव्यास जी से बोले- परम बुद्धिमान् पितामह ! मेरी उत्तम बात सुनिये। राजा युधिष्ठिर, माता कुन्ती, द्रौपदी, अर्जुन, नकुल और सहदेव-ये एकादशी को कभी भोजन नहीं करते तथा मुझसे भी हमेशा यही कहते हैं कि ‘भीमसेन ! तुम भी एकादशीको न खाया करो।’ किन्तु मैं इन लोगों…